यूयू तु
यूयू तु ( जन्म : दिसम्बर ३०,१९३० ) एक चाइनीज़ महिला चिकित्सा वैज्ञानिक है। यह चाइना एकेडेमी ऑफ़ ट्रेडिशनल चाइनीज़ मेडिसिन में प्रोफेसर हैं। इन्हें वर्ष २०१५ का चिकित्सा नोबल पुरस्कार प्राप्त हुआ है। [1],[2]
नोबल पुरस्कार
इन्हें पैरासाइट (परजीवीयों) से होने वाली बीमारियों के इलाज की खोजों के लिए चुना गया। यह पुरस्कार संयुक्त रूप से तीन वैज्ञानिकों को दिया गया। उसमें से चीनी परंपरागत दवाइयों से मलेरिया की कारगर दवा बनाने के लिये ८४ वर्षीया यूयू को पुरस्कार का आधा हिस्सा मिलेगा। [3]
वर्ष २०१५ के चिकित्सा नोबल पुरस्कार विजेता
उपलब्धियाँ
इन्होंने मलेरिया की नई दवा आर्टमिसाइनिन की खोज की। क्लोरोक्विन और क्विनॉइन के नाकाम होने पर यह दवा मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी में कारगर साबित हुई है। तु को मलेरियरोधी दवा आर्टमिसाइनिन और डाई हाइड्रो मिसाइनिन की खोज के लिए जाना जाता है। यह दवा चीनी हर्बल औषधि से तैयार की गयी है [4]
सन्दर्भ
- ↑ "मलेरिया की नई दवा के लिये मिला चिकित्सा का नोबल". दैनिक जागरण. अक्टूबर ५, २०१५.
- ↑ http://timesofindia.indiatimes.com/world/europe/Nobel-Prize-for-medicine-awarded-to-three-scientists-for-discoveries-that-helped-doctors-fight-malaria-and-infections-caused-by-parasites/articleshow/49227973.cms?
- ↑ http://timesofindia.indiatimes.com/world/europe/Nobel-Prize-for-medicine-awarded-to-three-scientists-for-discoveries-that-helped-doctors-fight-malaria-and-infections-caused-by-parasites/articleshow/49227973.cms?
- ↑ एएफपी (५ अक्टूबर २०१५). "तीन वैज्ञानिकों को मेडिसिन का नोबेल". नवभारत टाइम्स.