जिनावर पु † संज्ञा पुं॰ [हिं॰] दे॰ 'जानवर' । उ॰—कहै श्री हरिदास पिंजरा के जिनावर सों, तरफराइ रहयो उड़िबे को कि /?/ करि ।—पोद्दार अभि॰ ग्रं॰, पृ॰ ३९० ।