17 Sanskrit

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Sanskrit

Volume 17

utek
ਰਾਹੁਲ Shivani
মায়ুৰ কবিতা கவின் सुहास:
ભાવના Mushkan
वैदेही
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Sanskrit
Volume 17

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i
About Bhasha Sangam...
Language is a major instrument in shaping individuals, society, culture, learning and education, thinking and identity of people. Language learning,
as we know, is fundamental to all learning and harmonious development of young children into citizens for a country. Learning many languages in
school and in society is common in our country and almost all Indians are multilinguals. This multilingual characteristics of the country is reflected
in school education as the school curriculum advocates learning of many languages.

Bhasha Sangam is yet another effort in moving towards achieving the goal of education as also the vision of the Indian Constitution. National
Education Policy 2020, while deliberating on language education in school underscores the need for recognising and promoting multilingualism
as a path to realising the fundamental aims of education and schooling. The effort to enable our learners learn and use 100 sentences in the 22
languages will go in a long way in promoting language learning and understanding others through schooling. I sincerely hope that this programme
of Bhasha Sangam is taken in all seriousness and implemented in schools to achieve the goals of education.

I wish all learners, teachers and head teachers the best to benefit the maximum from Bhasha Sangam.

भाषा वह माध्यम है जो प्रत्‍येक व्यक्ति, समाज, ससं ्कृ ति, शिक्षा, चितं न और जन अस्मिता को स्वरूप प्रदान करता है। जैसा कि विदित है कि भाषा सीखना और सिखाना मानवता के लिए एक मल
ू भतू आवश्यक
तत्त्‍व है। इसके परिणाम स्‍वरूप नागरिकों में एकता और सद्भावना विकसित होती है। विद्यालयों में अनेक भाषाओ ं का शिक्षण एक सामान्य बात है और लगभग सभी भारतीय बहुभाषी हैं। बहुभाषिकता की इसी
विशेषता को लक्षित करते हुए स्कूली पाठ्यक्रम में बहुभाषिकता को प्रोत्साहन प्रदान करना आवश्यक है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत भाषा संगम एक प्रयास है जो यह सनिश्ु चित करता है कि सभी भारतीय भाषाओ ं का सम्मान और प्रसार हो। इसके अतर
ं ्गत यह चेष्टा की गई है कि सभी शिक्षार्थी 22 भाषाओ ं
में 100 वाक्यों को सीखेने और बोलने का प्रयास करें गे। इस प्रकार विभिन्न भाषाओ ं के प्रति समझ, रूचि और बोध संभव होगा।
मझु े परू ी आशा है कि भाषा संगम को पर्णू गंभीरता से कार्यान्वित किया जाएगा, जिससे स्कूली शिक्षा के हमारे इस महती लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके गा। मैं सभी शिक्षार्थियों, अध्यापकों और विद्यालय प्रमख
ु ों
को भाषा संगम अभियान का लाभ उठाने की शभु कामनाएँ देता हू।ँ

Sridhar Srivastava
Director
National Council of Educational Research and Training
New Delhi 110016
ii
एक भारत श्रेष्ठ भारत
भाषा सगं म
आप और हम एक ऐसे देश में रहते हैं जहाँ थोड़ी–थोड़ी दरू ी पर भाषा बदल जाती है। आप एक से ज़्यादा भाषा जानते, समझते, सनु ते या बोलते होंगे, इस बात में कोई शक नहीं हो सकता। यह हमारे
देश और समाज की ख़बू सरू ती है। आपकी कक्षा में आने वाले बच्चे भी ऐसे पारिवारिक या सामदु ायिक परिवेश से आ सकते हैं जहाँ एक से ज़्यादा भाषाएँ बोली जाती हों। सभं ावना ये भी है कि
स्कूल में इस्तेमाल होने वाली भाषा बच्चों के परिवेश में मौजदू न हो। इस सामाजिक सच्चाई को स्‍कूल में उचित स्‍थान मिलना ज़रूरी है।
इन्हीं विविधताओ ं का सम्मान करते हुए और उन्हें आपस में जोड़े रखने के लिए “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के अर्तं गत ‘भाषा सगं म’ कार्यक्रम की परिकल्पना की गई है। ‘भाषा सगं म’ हमारे
संविधान की आठवीं अनसु चू ी में निहित भारतीय भाषाओ ं से विद्यार्थियों को परिचित करवाने और बहुभाषिकता के प्रति जागरूक करने की ओर एक पहल है। इसके फलस्वरूप विद्यार्थी न के वल
बहुभाषिकता के प्रति जागरूक होंगे बल्कि उस भाषा का इस्तेमाल करने वाले लोगों की सामाजिक, सांस्कृ तिक व्‍यवहारों और संदर्भों को समझ पाएगं े।

भाषा सगं म के उद्देश्‍य


●● भारत के सवि ं धान की आठवीं अनसु चू ी में निहित सभी 22 भारतीय भाषाओ ं से विद्यार्थियों को परिचित करवाना।
●● सभी भाषाओ ं के प्रति आदर और सम्मान को बढ़ावा देना।
●● विद्यार्थियों को इन भाषाओ ं के माध्यम से देश की अनठू ी सांस्कृ तिक छटाओ ं और व्यवहारों के समीप लाना।

भाषा सगं म का क्रियान्वयन


भाषा सगं म की शरू ु आत में विद्यार्थियों को अलग-अलग भाषाओ ं के पाँच वाक्य सीखने के मौके दिये गए। फलस्वरूप विद्यार्थियों में इन भाषाओ ं को विस्तार से जानने की और इन भाषाओ ं को
बोलने वाले लोगों के सांस्कृ तिक, सामाजिक व भाषिक व्यवहार को जानने समझने की जिज्ञासा बढ़ी। इसलिए विद्यार्थियों को 22 भाषाओ ं में लगभग 100 वाक्यों के गचु ्छे सीखने के लिए दिये जा
रहे हैं। इन वाक्यों से परिचित कराने से पहले एक अपेक्षित माहौल बनाने की जरूरत होगी, जिससे कि दसू री भाषाओ ं को सीखने में सगु मता और सहजता आ सके । हमारा विश्वास यह है कि विद्यार्थी
इन्‍हीं वाक्‍यों तक सीमित न रह कर अागे बढ़ें।।
●● यह कार्यक्रम राज्यों व केन्द्रशासित प्रदेशों के विद्यालयी शिक्षा विभाग द्वारा सचं ालित किया जाएगा।
●● इस कार्यक्रम में संविधान में दी गई सभी 22 भाषाओ ं का समावेश किया गया है। इस कार्यक्रम के अतर ं ्गत 22 भारतीय भाषाओ ं में सरल व सामान्य रूप से इस्तेमाल होने वाले छोटे-छोटे वाक्य
तैयार किए गए हैं जिन्हें सभी विद्यार्थियों के साथ एक पस्ति
ु का के रूप में साझा किया जाएगा।
iii
पुस्तिका की प्रस्तुति/ रूपरेखा इस प्रकार है -
●● इस पस्तिु का में दिये गए वाक्य संवाद शैली में बने हैं। ये वाक्य विद्यार्थियों के लिए प्रासंगिक एवं दैनिक जीवन से संबद्ध विषयों पर आधारित है।
●● इन वाक्यों की रूपरे खा कुछ इस प्रकार से की गई है: पहले मल ू भाषा में फिर देवनागरी लिपि में फिर उसका हिदं ी अनवु ाद - रोमन लिपि में व अग्ं रेजी में अनवु ाद किया गया है।
●● इन विषयों पर आधारित वाक्यों को सीखने-समझने और अभ्यास करने के लिए 20 कार्य दिवस प्रस्तावित किए गए हैं।
●● प्रत्येक विषय और उसके अतर ं ्गत आने वाले वाक्यों के लिए दिनों का निर्धारण सझु ाया गया है। यदि किन्हीं दिनों में वाक्यों की संख्या अधिक है तो उनके अभ्यास के लिए आवश्यकतानसु ार
दिनों की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
●● औपचारिक रूप से इस पस्ति ु का के इस्तेमाल के लगभग एक माह पहले उपयक्त ु परिवेश बनाने की प्रक्रिया शरूु की जा सकती है।
●● अभीष्ट उद्देश्य की प्राप्ति के लिए इस प्रक्रिया को अभ्यास के द्वारा आगे के महीनों में भी दोहराया जा सकता है।
●● इस परियोजना के दस्तावेजीकरण के लिए और विद्यालयों को प्रोत्साहित करने के लिए कुछ सझु ाव हैं, जैसे- विद्यालय विद्यार्थियों की प्रमख ु गतिविधियों/दैनिक गतिविधियों के छायाचित्र और
वीडियो तैयार कर ‘अपलोड’ करें गे। राज्य/ केन्द्र शासित प्रदेशों के विद्यालयी शिक्षा विभाग, डी.ई.ओ. और बी.ई.ओ. भी इन गतिविधियों की तस्वीरें और वीडियो राज्य स्तर, जिला स्तर या
ब्‍लॉक/ सक ं ु ल स्तर पर ‘अपलोड’ कर सकते हैं। शिक्षा मत्रालय ं , भारत सरकार के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के द्वारा ‘अपलोड’ की गई अथवा भेजी गई तस्वीरों और वीडियो के आधार
पर सर्वश्रेष्ठ विद्यालय, सर्वश्रेष्ठ ब्‍लॉक, सर्वश्रेष्ठ जिला, सर्वश्रेष्ठ राज्य/ केन्द्र शासित प्रदेश का चयन कर उन्हें परु स्कृ त किया जाएगा।
●● यदि कुछ विद्यार्थी अन्‍य भाषा बोलना और पढ़ना-लिखना जानते हैं तो उन्हें पढ़ने के लिए और दसू रों को पढ़ना-लिखना सिखाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसी प्रकार यदि कोई
अध्यापक/ अध्यापिका, अभिभावक, सरकारी कर्मचारी या कोई अन्य उस भाषा को पढ़ सकते हों तो उन्हें उन वाक्यों को पढ़ने के लिए आमत्रित ं किया जाएगा।
●● प्रस्तावित पस्ति ु का और उससे संबंधित गतिविधियाँ अर्थपर्णू और रोचक माहौल में आयोजित की जानी चाहिए ताकि बच्चे सीखी जाने वाली भाषा का इस्तेमाल रोजाना की आपसी बातचीत
में करने की कोशिश करें । ऐसा करने में कुछ हँसी-मजाक का माहौल भी बन सकता है। शिक्षक भी बच्चों के साथ इस बातचीत में शामिल हों।

प्रस्तावित गतिविधियाँ
●● यहाँ 12 विभिन्न विषयों पर लगभग 100 वाक्य दिए गए हैं। राज्य/विद्यालय किसी भी दसू रे राज्य की भाषा, बोलने और अभ्यास के लिए चनु सकते हैं। यह बातचीत प्रातःकालीन सभा में की
जाएगी।
●● विद्यार्थियों को इन वाक्यों पर पोस्टर तैयार कर उन्हें विद्यालयों में लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
●● विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए अध्यापकगण उसी भाषा में बच्चों को सबं ोधित करें गे और उनसे बातचीत करें गे।
●● विद्यार्थियों को इस बात के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा कि घर पर परिवार के सदस्यों के साथ इन वाक्यों को साझा करें ।
iv
●● इस पहल/कार्यक्रम से संबंधित अन्य गतिविधियों का आयोजन विद्यालय अपने स्तर पर कर सकते हैं।
●● इन भाषाओ ं के लोक-गीतों, प्रचलित गाने, खेल-गीत, कविताओ ं का इस्तेमाल इस भाषा के प्रति रुझान उत्पन्न करने के लिए किया जा सकता है।
●● भगू ोल, भाषा, इतिहास, पर्यावरण अध्ययन आदि विषय पढ़ाते समय ये संवाद/ वाक्य समचु ित स्थान पर यथासम्भव उपयोग में लाए जा सकते हैं, क्योंकि ये संवाद/ वाक्य बच्चों के लिए
प्रासगि
ं क विषयों पर आधारित हैं।
भाषा संगम एक ऐसा कार्यक्रम है जो विद्यार्थियों को देश के राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों और उनमें समाहित सांस्कृ तिक, भाषिक विविधता को समझने का अवसर देगा। यह कार्यक्रम आपसी
संवाद की एक पहल है।

आपके स्कूल में यह कार्यक्रम सच


ु ारू रूप से चल सके उस के लिए आप कुछ तैयारी इस तरह से कर सकते हैं:
●● विद्यालय प्रमख
ु स्कूल के सभी अध्यापकों के साथ इस कार्यक्रम से जड़ु ी सामग्री को ज़रूर पढ़ें। पढ़कर उस पर चर्चा हो और कार्यक्रम के हर पहलू पर बातचीत हो। यह कार्यक्रम बहुभाषिकता
की समझ पर टिका है इसलिए इस पर साझा समझ बनाना बेहद ज़रूरी है।
●● अभिभावकों की साझेदारी इस कार्यक्रम में ज़रूरी है। शिक्षक अभिभावक संघ की मीटिंग के ज़रिये अभिभावकों को इस कार्यक्रम से परिचित करवाएं और उन्हें अपने विचार और सझु ाव रखने
को कहें।
●● इस कार्यक्रम की सफलता के लिए ज़रूरी है कि स्कूल में सभी अपनी ज़िम्मेदारी जानते हों। कक्षा 4 से 8 तक पढ़ाने वाले शिक्षकों में से एक मखु ्य समन्वयक की ज़िम्मेदारी ले लें और 2-3
शिक्षक सह-समन्वयक की भमि ू का में मदद कर सकते हैं।

भाषा सगं म के लिए तैयारी– कक्षा में माहौल बनाना


यह कार्यक्रम बच्चों के अनभु व क्षेत्र में एक ऐसी भाषा ले कर आ रहा है जो आमतौर पर आपके स्कूल के बच्चों ने कभी न सनु ी हो, हो सकता है भाषा का नाम सनु ा हो पर भाषा सनु ने का कभी मौका
न मिला हो। यह भाषा अपरिचित तो लग ही सकती है, इस की ध्वनियाँ, वाक्यों का उतार-चढ़ाव, यह सब भी एक नयापन लिए सनु ाई देंगे। बच्चों और खदु के कानों को इस भाषा की आवाज़ों और
उच्चारणों की आदत डालनी होगी। इस के लिए आप महीने भर का समय लें और इस समय में भाषा को सनु ने का मज़ा लें। इस मज़े में भाषा से दोस्ती हो पाएगी।
सरल और सहज माहौल जिस में भाषा के कुछ खेल, गीतों, जनमानस में छाए लोक गीतों, बच्चों के लिए उपयक्त ु फ़िल्मी गानों का भरपरू इस्तेमाल हो। पहेलियाँ और चटु कुले पीछे न रह जाएँ-
खासकर वो जिनमें ध्वनियों, शब्दों का खेल हो। कुछ साधन-सामग्री तो आप तक पहुचं ही जाएगी पर इन्टरनेट का भी सहारा लें। सनु ें, सनु ाए,ं गाए,ं गनु गनु ाए,ं खेलें। आप के उत्साह और आप को
आ रहे आनंद से बेहतर साधन-सामग्री असल में कुछ भी नहीं है। इस में आपको कक्षा में बहुत समय देने की ज़रूरत भी नहीं है। दिन में दो-दो बार 10-15 मिनट काफ़ी होंगे। बस आप की तैयारी परू ी
रहे। ऐसा समय अच्छा हो सकता है जब बच्चे दिमागी कवायद से थक गए हों या फिर खाने से ठीक बाद के 10-15 मिनट या फिर घर जाने से पहले। यह परू ी कोशिश के वल कानों को नयी भाषा
सनु ने के लिए अभ्यस्त करने की है और उस में आनंद लेने की। इसे आप औपचारिकता से दरू रखें। इस महीने में बच्चों को किसी भी तरह से परखा न जाए।
v
●● इस दौरान आप को कुछ ऐसे स्रोतों की ज़रूरत पड़ सकती है जिस से कक्षा में नयी भाषा सीखने का माहौल बन सके । नीचे कुछ ऐसे ही स्रोतों की सचू ी है जहाँ आपको विभिन्न भाषाओँ में
सामग्री मिल सकती है:
–– राष्ट्रीय शैक्षिक अनसु ंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, नई दिल्ली
–– राज्य शैक्षिक अनसु ंधान एवं प्रशिक्षण परिषद
–– जिलों के मडल ं शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान
–– सांस्कृ तिक सदं र्भ एवं प्रशिक्षण कें द्र
–– चिल्ड्रेन फिल्म सोसाइटी
–– नेशनल बक ु ट्रस्ट

सीखने की प्रक्रिया- बच्चों की प्रतिक्रियाएं


जब एक ऐसी भाषा बच्चों के कानों में पड़ेगी जो उन्होंने पहले नहीं सनु ी तब बच्चों की प्रतिक्रियाएँ अलग-अलग तरह की होंगी। हो सकता है कुछ बच्चे शरुु आत में कोई दिलचस्पी न दिखाए,ं हो
सकता है कुछ को अटपटी लगी, कुछ को मजेदार लगे और कुछ इसका मज़ाक भी उड़ाए।ं हमें सभी तरह की प्रतिक्रियाओ ं के लिए तैयार रहना होगा। हम जितने सम्मान, दिलचस्पी और उत्साह के
साथ इस भाषा के साथ बच्चों का परिचय करवाएगं े बच्चों का रवैया भी भाषा के प्रति वैसा ही विकसित होगा।

रचनात्मक आकलन
आकलन के समय इस ख्याल को ज़हन में रखना मददगार होगा कि कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों को भाषा सिखा देना नहीं है। बीस दिन में यह सभं व भी नहीं। सम्बंधित भाषा के ये वाक्य बच्चों को
उस भाषा को सनु ने का सन्दर्भ देते हैं। यह कार्यक्रम इन वाक्यों को यांत्रिक रूप से रटा देने का भी उद्देश्य नहीं रखता। कार्यक्रम के दौरान अगर अपनी भाषा(ओ)ं से अलग भाषा(ओ)ं के प्रति
हमारे रवैये में एक बदलाव आने लगे तो यह इस कार्यक्रम की सफलता का सक ं े त होगा। बच्चों में ये समझ बन पाए कि देश (और संसार) में अनेक भाषाएँ हैं और ये भाषाएँ उतनी ही सक्षम
और सनु ्दर हैं जैसे की उनकी भाषा। भाषाओँ के प्रति प्रेम और आदर इस समझ से ही पनप सकता है। हमारे आकलन के तरीके भी इस समझ को पहचानें – यह ज़रूरी है। आकलन का सन्दर्भ ऐसा
ही हो जिसमें बच्चे भाषा के इस्तेमाल का आनंद ले सकें ।
बीस दिन के केन्द्रित भाषा कार्यक्रम के दौरान बच्चों की प्रतिक्रियाओ,ं भागीदारी और उत्साह का आप अवलोकन करें। आप अपनी टिप्पणियों को एक नोटबक ु में दर्ज करते रहें।
अगर आपने महीना भर कक्षा में नयी भाषा के लिए माहौल बनाया है तो अवलोकन करना मश्किल ु नहीं होगा। आकलन आप तीन स्तरों पर कर सकते हैं।
●● कक्षा
●● समहू या जोड़ों में

vi
●● हर बच्चे का
कार्यक्रम के सन्दर्भ में सझु ाए गए इन वाक्यों के आधार पर बच्चों का आकलन सम्बंधित भाषा के अलग-अलग पहलओ ु ं पर किया जा सकता है। वाक्यों को कर्इ विषय-वस्तुओ ं में बाँधा गया
है। इस तरह से हर विषय-वस्तु बातचीत का एक सदृु ढ सन्दर्भ देती है। नीचे दिए हुए पांच प्रश्न भाषा के अलग-अलग पहलओ ु ं पर कें द्रित हैं। सम्बंधित भाषा की ध्वनियाँ, उसके शब्द, सदं र्भ में
शब्दों का अर्थ, कुछ मुख्य शब्दों को पहचान कर सदं र्भ का अनुमान लगा पाना, सदं र्भ में प्रश्न पूछ पाना। जैसे पहलू आकलन में शामिल हों।
ध्‍यान दें कि यह आकलन किसी भी तरह से बच्चों की स्मरण शक्ति की जांच नहीं है। वैसे ही शद्ध ु उच्‍चारण पर ज्‍यादा बल नहीं देना चाहिए क्‍योंकि किसी भी भाषा के उच्‍चारण में प्रांतीय
प्रभाव स्‍वाभाविक है।
प्रश्‍न 1. क्या बच्चा सम्बंधित भाषा के वाक्यों को अन्‍य भाषाओ ं के वाक्यों से अलग सनु पाता है?
प्रश्‍न 2. क्या बच्चा (सझु ाए गए इन वाक्यों में से) सनु कर विषय-वस्तु का अनमु ान लगा पाता है?
प्रश्‍न 3. क्या बच्चा सझु ाई गयी विषय-वस्तुओ ं पर केन्द्रित बातचीत के मखु ्य शब्दों के अर्थ बता पाता है?
प्रश्‍न 4. क्या बच्चा सम्बंधित भाषा में पछू े गए प्रश्न का जवाब दे पाता है?
प्रश्‍न 5. सझु ाई गयी विषय-वस्तुओ ं में से संदर्भ बताने पर क्या बच्चा सम्बंधित भाषा में प्रश्न पछू पाता है?
ऊपर दिए गए प्रश्नों के जवाब पाने के लिए नीचे कुछ आकलन के तरीके सझु ाए जा रहे हैं। आप इनको अपनी ज़रूरत और संदर्भ के हिसाब से बदल सकते हैं। आप उन बदलावों का या अपने
बनाये तरीकों का विस्तृत विवरण ज़रूर रखें। तीन या चार भाषाओँ के ऑडियो क्लिप बच्चों या बच्चे को सनु वाए।ं सीखी जा रही भाषा के ऑडियो क्लिप को पहचानने के लिए कहें।
1. सम्बंधित भाषा में एक विषय-वस्तु पर बातचीत आप सनु ाएं या दो बच्चों को रोले-प्ले करने के लिए कहें या फिर ऑडियो प्ले करें । बच्चों या बच्चे को बातचीत की विषय-वस्तु बताना है।
2. बातचीत की विषय-वस्तु बताने पर आप बच्चों या बच्चे से बातचीत में आए ऐसे शब्द और उनके अर्थ बताने के लिए कहें जिनके आधार पर उन्होंने विषय-वस्तु का अनमु ान लगाया।
3. सझु ाई गयी विषय-वस्तुओ ं में से किसी में से आप प्रश्न पछू ें । बच्चे या बच्चा उस प्रश्न का उसी भाषा में जवाब दें।
4. आप एक सन्दर्भ का उल्लेख करें और बच्चों या बच्चे से पछू ें की वे/वो सीखी जाने वाली भाषा में सन्दर्भ से जड़ु ी बातचीत बताए।ं
यह अच्छा होगा कि ये सभी गतिविधियाँ पहले परू ी कक्षा के साथ खेल-खेल में की जाएँ। बच्चों की अनमु ान लगा पाने और अर्थ खोज पाने और समझने की क्षमता को सराहें। ये, दो कारणों
से ज़रूरी है। भाषा की नींव अर्थ में हैं। दसू रा, रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में बहुभाषिकता में सटीकता पर ज़ोर न हो कर एक-दसू रे को समझने की कोशिश होती है। कक्षा में भी हम समझने की कोशिश करें
कि बच्चे क्या बताना चाह रहे हैं।

vii
Ek Bharat Shreshtha Bharat
Bhaashaa Sangam
We live in a country where language changes after a few kilometers. We appreciate, understand, listen to and speak more than one
language. This is a beautiful aspect of our society and country. The students come to school with more than one language. There is a
possibility that the language prevalent at the school may not be present in the child’s social environment. This social reality must be
recognised at school level.
Respecting the diversity and to keep all languages connected with one another, Bhaashaa Sangam under the programme,
Ek Bhaarat, Shreshtha Bharat has been conceptualized. Bhaashaa Sangam reflects and realises the vision of the Indian Constitution
on languages, linguistic and cultural diversity. This is a step towards creating an awareness and encouraging our students towards
multilingualism. Consequently, students will not only become aware, but also understand socio-cultural behaviors of people using
languages.

Objectives of Bhaashaa Sangam


● To familiare students with the 22 Indian languages of the 8th schedule of the Indian Constitution.
● To foster lingustic harmony among students and promote national integration through learning of languages.
● To bring students closer to the unique cultural hues and diversity of our country through languages.

Implementation of Bhaashaa Sangam


In the first programme of Bhaashaa Sangam, students were exposed to and given opportunities to learn five sentences from the 22
scheduled languages. As a result, students developed curiosity to learn more about the languages and attempted to know more about
the cultural, social as well as linguistic background of people who speak these languages. In this programme of Bhaashaa Sangam,
students are being given bunches of about 100 sentences in the 22 languages. Appropriate environment needs to be created before
introducing students to these sentences, so that these sentences can be learnt with ease and spontaneity. We believe that students will
go beyond and become familiar with the languages.

viii
● This programme will be operated and executed in all the states and union territories by the Education Department.
● All the 22 languages of the Indian Constitution are included in this programme. Short and simple sentences used in day-to-day life
contexts have been prepared for this programme. These sentences are shared with schools, teachers and students in the form of
audio, video with Indian Sign Language (ISL) and print booklet.

Presentation of the booklet


● The sentences given in this booklet are in dialogue form. These sentences are relevant and based on the subjects /topics from the
daily lives of students.
● The sentences are presented in the following way: i. In the Indian language, ii. In Devanagari script, iii. In Hindi, iv. In Roman script
and v. In English.
● 20 working days have been assigned to understand and practice the sentences in different topics for one language.
● Allocation of days has been suggested for every topic and the sentences under each topic. If sentences are more for a topic, number
of days can be increased for practice as required.
● Process for preparation of a conducive environment should start one month prior to the formal introduction of the sentences.
● To achieve the desirable objectives, the same content can be practiced and repeated in the following months.
● For documentation of this project and motivation of the schools, there are some suggestions. For example, schools can upload
pictures and videos of principal activities/ daily exercises of students. Education Departments, C.E.Os, D.E.O., B.E.Os in the
States and Union Territories can also upload the pictures or videos of these activities at the Block / Centre /Zonal or State levels.
Ministry of Education (MoE), School Education and Literacy Department, Government of India can select best school, best block,
best district, best state / union territory on the basis of these pictures / videos and confer prizes to them.
● If a student knows the language of the neighbouring state (reading, writing, speaking), s/he should be encouraged to help other
students learn the same. Similarly, if a teacher, parent any other government servant or any other person knows some other
language they can be invited to read out the sentences for students.
● Proposed activities must be conducted in conducive and interesting environment, so that the students can use the language they are
learning in their daily conversation. This can also create a fun atmosphere. Teachers should also participate in the conversations.

ix
Proposed activities
There are about 100 sentences from different topics. States / School systems can select a language of another state, practice and
speak in the same language.
● The dialogues / conversations will be practiced and done during the morning assembly and as and when students find time to do so.
● Students should be encouraged to prepare posters, infographics of depicting these sentences and display them on the notice boards
or on walls in the schools.
● Teachers may address students in the same language to encourge them to use the language.
● Students would be encouraged to share these sentences with their family members and neighbours too.
● Activities related to this project can be organized at school level.
● To create further interest in the language, folk songs, popular songs, poems and game-songs can also be used.
● During the teaching of subjects like Languages, Geography, History and Science these sentences can be used at appropriate places
in the right context as the sentences are relevant to the subjects and for students.

To conduct this programme efficiently in our schools we can prepare in the following ways
● The Head of School and all the teachers must read the content related to this programme. After reading the content, there should
be a discussion about various aspects of the programme. This programme is to promote multilingualism, so a shared vision has to
be developed.
● The participation of parents is essential for the success of the programme. Parents should be made aware of the programme through
Parent Teacher Meetings (PTM). They should be encouraged to share their ideas and suggestions.
● For making this programme a success, it is important that everyone in the school must be aware of their responsibility. One of the
teachers teaching classes 4th to 8th should take the responsibility as a coordinator and two or three teachers can take up the role
of co-coordinators.

Preparation for multilingual class: Creating environment in the classroom


This programme will enable the students to experience a language that they might not have heard of in school. Probably, they may have
heard the name of the language, but might not have any experience of listening to it. This language can not only be unfamiliar, but the

x
sounds, the voice modulations, all these can be very new to them. Students and teachers will have to familiarize themselves with the
sounds and pronunciation of the language. We can spend an entire month on the same and enjoy listening to the new language. This
engagement will result in friendship with the language.
Stress free, informal environment should be created with ample use of songs, games, popular folk songs and appropriate film songs.
Riddles and jokes should not be left behind, especially those in which sounds and words are used in a playful manner. Materials will be
made available to you but feel free to use resources from internet. Enjoy speaking, listening, playing, muttering and singing. No material
is better than our enthusiasm and fun. We don’t need to invest too much time in classroom for this. 10 to 15 minutes twice a day are
enough. We should be well prepared. These 10 to 15 minutes can be scheduled whenever the students have time, after the lunch- break
or in the last period. All efforts are only to make the ears habitual of listening to the new language and enjoy it. It has to be informal. No
formal testing or evaluation should be done.
● During this period we may need some resources which will help us to create the right environment to learn a new language in the
class. A list of such sources is enlisted here where we can find materials in different languages:
– National Council of Educational Research and Training
– State Council of Educational Research and Training
– District Institutes for Education and Training
– Centre for Cultural Resources and Training
– Children Film Society
– National Book Trust
– Any other institution interested in Bhasha Sangam.

Process of learning: Children’s responses


When children listen to a new language that they may not have heard earlier, they would respond differently. It is a possibility that at
the earnest, some students may not show any interest in the language as they may find it strange, some may find it amusing and some
others may even make fun of it. We should be prepared for all kinds of responses. The respect, interest and enthusiasm displayed by
us, while introducing the new language to the students, will guide development of their attitude towards it.

xi
Creative assessment
During assessment, it would be helpful to keep in mind that the objective of this programme is not to teach students the language; it is
not possible in twenty days. Listening to these sentences of the reference language is attributed to listening of the language. Moreover,
the objective of this programme is not rote memorization of these sentences. Rather, the change in our attitude towards a language that
is different from the one that we are familiar with during the programme will be the signal of its success. The emergence of understanding
among students that there are diverse languages in our country (and in the world) and are equally accomplished as well as beautiful
as their own language will lead to love and respect for all languages. It is important that our assessment procedures should be able to
recognize this understanding. The reference of assessment should be such that students are able to enjoy the usage of language.
During the programme for 20 days, we should observe the responses, participation and enthusiasm of students. Keep recording of
your comments in a notebook. If we have been able to create a conducive environment for acquiring a new language during the initial
month, then observation will not be a difficult task. We can do the assessment at three levels:
● As whole class group
● In small groups or pairs
● At individual student level
With reference to the programme, assessment on the basis of suggested sentences can be done on different aspects of the language.
Sentences have been categorized in different topics. In this manner, every topic provides a novel context for communication. The five
questions mentioned below, focus on various aspects of the language. Assessment can include words, meaning of words and sounds in
context, identification of some prominent words and guessing their meaning in context, asking questions by referring to the context of
the language. This assessment does not judge the memory power of the students in any way. Similarly, there should not be too much
emphasis on correct pronunciation as regional variations in pronunciation of any language is obvious.
Question 1. Can students listen and differentiate between sentences of the reference language from other languages?
Question 2. Can students guess the context/ topic by listening to the suggested 100 sentences?
Question 3. Are the students able to come up with meanings of prominent words from the suggested topics in focused discussions?
Question 4. Can students answer the questions asked in the reference language?
Question 5. Can students ask a question from the suggested topics in the reference language, after becoming aware of the context?
Some suggested methods for assessment of aforementioned questions are given below. You can change them according to the need

xii
and the context. Keep a detailed record of the changes or self-created methods used for assessment.
● Make students listen to 3 or 4 audio clips of different languages. Ask them to identify the audio clip of language they are learning.
● Let students listen to the conversation on a topic from the reference language or ask two students to perform a role play or play an
audio clip. Students should be able to identify the subject or topic of the conversation.
● When students are able to identify the topic/ subject of conversation, ask them to reveal the words and their meanings that enabled
them to guess the topic/ subject.
● Ask a question in the reference language from the suggested topics/ subjects. The students should be able to reply to the question
in the same language.
● Give reference to a topic/ subject. Ask the students to carry on with the conversation in the same language.
It will be a good practice that all these activities are conducted in the classroom in play-way manner. Appreciate capacity for guessing,
finding the meaning and understanding of the students. It is important for two reasons. The first is that the foundation of a language
is inherent in finding the meaning of the utterances. The second is that everyday life does not focus on precision in multilingualism but
on attempting to understand each other. Similarly, we should also try to understand what students want to convey.

xiii
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman

प्रथमदिवसः प्रथमदिवसः पहला दिन First day


Prathamadivasah
Introduction/
परिचयः परिचयः जान-पहचान Parichayah
Familiarisation

Bhavatyaah/
भवत्याः/ भवत: नाम किम् ? भवत्याः/भवत: नाम किम् ? आपका नाम क्या है? bhavatah naama kim?
What is your name?

मम नाम सहु ासिनी/ सहु ास: मम नाम सहु ासिनी/ सहु ास: Mama naama
My name is Suhasini/
मेरा नाम सहु ासिनी/सहु ास है। suhaasinee/
Suhaas
अस्ति। अस्ति। Suhassaah asti.

भवती/ भवान् कस्यां कक्षायां भवती/भवान् कस्यां कक्षायां आप किस कक्षा में पढ़ती/पढ़ते Bhavati/bhavaan
Which class do you
kasyam kakshayaam
पठति। पठति। हैं? study in?
pathati.

मैं कक्षा आठ में पढ़ती/पढ़ता Aham


अहम् अष्टमकक्षायां पठामि। अहम् अष्टमकक्षायां पठामि। ashtamakakshaayaam I study in Class VIII.
हू।ँ pathaami.

भवत्याः/ भवत: मातःु पितःु च भवत्याः/ भवत: मातःु पितःु च आपके माँ-पिताजी का नाम Bhavatyah/bharatah
What are your
maatuh pituh cha
नाम किम् ? नाम किम् ? क्या है? parents names ?
naama kim?

1
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
Mama maatuh naama My mother’s name
मम मातःु नाम पषु ्पा पितःु च मम मातःु नाम पषु ्पा पितःु च मेरी माँ का नाम पषु ्‍पा और Pushpaa pituh cha is Pushpaa and my
नाम प्रकाशः अस्ति। नाम प्रकाशः अस्ति। पिता का नाम प्रकाश है। naama prakaashah father’s name is
asti. Prakash.
Bhavatee kutra
भवती कुत्र निवसति ? भवती कुत्र निवसति ? आप कहाँ रहती/रहते हैं? nivasati?
Where do you live?

Aham ranchinagare
अहं राँचीनगरे निवसामि। अहं राँचीनगरे निवसामि। मैं राँची में रहती/रहता हू।ँ nivasaami.
I live in Ranchi.

द्वितीयतृतीयौ दिवसौ द्वितीयतृतीयौ दिवसौ दूसरा और तीसरा दिन Dvitiyatriteeyau


Second & third day
Divasau
मम विद्यालय: मम विद्यालय: मेरा विद्यालय My Shcool
Mama Vidyalayah
Bhavatyaah
भवत्याः/भवतः विद्यालयस्य भवत्याः/भवतः विद्यालयस्य / bhavatah What is the name of
आपके स्कूल का नाम क्या है? vidyaalayasya naama your school?
नाम किम् ? नाम किम् ?
kim?
मम विद्यालयस्य नाम मम विद्यालयस्य नाम Mama vidyaalayasya
The name of my
मेरे स्कूल का नाम राजकीय naama Raajakeeya
राजकीयबालविद्यालयः राजकीयबालविद्यालयः Baala Vidyaalayah
school is Raajakeeya
बाल विद्यालय है। Baal Vidyaalaya.
अस्ति। अस्ति। asti.

2
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
Bhavatyaah/bhavatah
भवत्याः/भवतः कक्षाध्यापकः भवत्याः/भवतः कक्षाध्यापकः आपके कक्षा अध्यापक कौन- What subject does
kakshaadhyaapakah
your class teacher
कं विषयं पाठयति ? कं विषयं पाठयति ? सा विषय पढ़ाते हैं? kam vishayam
teach?
paathayati?

Mama
मम कक्षाध्यापकः संस्कृतभाषां मम कक्षाध्यापकः संस्कृतभाषां मेरे कक्षा अध्यापक संस्कृत Our class teacher
Kakshaadhyaapakah
teaches Sanskrit
पाठयति। पाठयति। भाषा पढ़ाते हैं। Sanskritbhaashaam
language.
paathayati.

Bhavatyaah/bhavatah
भवत्याः/भवतः अधिका रुचिः भवत्याः/भवतः अधिका रुचिः आपकी किस विषय में अधिक Which subject
adhikaa ruchih
interests you the
कस्मिन् विषये वर्तते ? कस्मिन् विषये वर्तते ? रुचि है? kasmin vishaye
most?
vartate?

मह्यं भाषाध्ययनम् अधिकं मह्यं भाषाध्ययनम् अधिकं मझु े भाषा पढ़ना अच्छा लगता Mahyam
I like learning
bhaashaadhyayanam
रोचते। रोचते। है। languages.
adhikam rochate.

भवते किमर्थं भाषाध्ययनम् भवते किमर्थं भाषाध्ययनम् आपको भाषा पढ़ना क्यों Bhavate kimartham
Why do you like
bhaashaadhyayanam
अधिकं रोचते ? अधिकं रोचते ? अच्छा लगता है? learning languages?
adhikam rochate?

3
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
इसमें कविताएँ होती हैं, इसमें Atra kavitaah santi
अत्र कविताः सन्ति, कथाः अत्र कविताः सन्ति, कथाः They have poetries,
कहानियाँ होती हैं, इसमें नाटक kathaah santi
stories and dramas.
सन्ति, नाटकानि सन्ति। सन्ति, नाटकानि सन्ति। naatakaani santi.
होते हैं।
आम!् आम!् नाटकं तु आम!् आम!् नाटकं तु Aam! aam! naatakam
हाँ-हाँ, नाटक तो हम खेल भी tu asmaabhih Yes, we can also play
अस्माभिः क्रीडितमु ् अपि अस्माभिः क्रीडितमु ् अपि kreeditum api dramas.
सकते हैं।
शक्यते। शक्यते। shakyate.
Bhavatee / bhawaan
भवती/भवान् कां कां भाषां भवती/भवान् कां कां भाषां आप कौन-कौन सी भाषायें kaam kaam Which languages you
वक्तुं शक्नोति ? वक्तुं शक्नोति ? बोल सकते हैं? bhaashaam vaktum can speak?
shaknoti?
Aham Sanskrita-
अहं संस्कृत-हिन्दी-आँग्ल- अहं संस्कृत-हिन्दी-आँग्ल- मैं संस्‍कृत, हिंदी, अग्ं रेज़ी, hindi-aangla-khasi- I can speak Sanskrit,
खासी-निकोबारीत्यदीः भाषाः खासी-निकोबारीत्यदीः भाषाः खासी और निकोबारी बोल nicobareetyaadeeh Hindi, English, Khasi
bhaashaah vaktum and Nicobari.
वक्तुं शक्नोमि। वक्तुं शक्नोमि। सकती/ सकता हू।ँ shaknomi.

4
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman

चतुर्थदिवसः चतुर्थदिवसः चौथा दिन Chaturthadivasah Fourth day


मम मातापितरौ मम मातापितरौ मेरे माता-पिता Mere maataa-pitaa My Parents

Bhavatyaah /
भवत्याः/भवतः गृहे भोजनं कः भवत्याः/भवतः गृहे भोजनं कः आपके घर में खाना कौन bhavatah grihe Who cooks food in
पचति ? पचति ? बनाता है? bhojanam kah your house?
pachati?

मम गृहे माता-पितरौ उभावपि मम गृहे माता-पितरौ उभावपि हमारे घर में माँ और पिताजी Mam grihe maataa- Both my father and
pitarau ubhaavapi my mother cook food
भोजनं पचतः। भोजनं पचतः। दोनों खाना बनाते हैं। bhojanam pachatah. in our house.

Bhavateem /
भवतीं/भवन्तं विद्यालयं कः भवतीं/भवन्तं विद्यालयं कः आपको स्कूल कौन पहुचँ ाता bhavantam Who drops you at
प्रापयति ? प्रापयति ? है? Vidyaalayam kah school?
praapayati?

Maam kadaachit Sometimes my father


मां कदाचित् माता कदाचित् मां कदाचित् माता कदाचित् च मझु े स्कूल छोड़ने कभी माँ और maataa kadaachit cha and Sometimes my
च पिता विद्यालयं प्रापयति। पिता विद्यालयं प्रापयति। कभी पिताजी आते हैं। pitaa vidyaalayam mother drops me at
praapayati. school.

5
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman

शिक्षक - अभिभावक (पैरंट- Shikshakaabhibhaa- Who comes to attend


शिक्षकाभिभावकमेलनार्थं कः शिक्षकाभिभावकमेलनार्थं कः
टीचर) मीटिंग में कौन आता vakamelanaartham kah the parent-teacher
आगच्छति ? आगच्छति? aagachchhati? meetings?
है?
Shikshakaabhibhaav- Sometimes my father
शिक्षकाभिभावकमेलनावसरे शिक्षकाभिभावकमेलनावसरे शिक्षक - अभिभावक मीटिंग akamelanaavasare and sometimes my
कदाचित् माता कदाचित् च कदाचित् माता कदाचित् च में कभी-कभी माँ और कभी kadaachit maataa mother comes to
kadaachit cha pitaa the parent-teacher
पिता आगच्छति ? पिता आगच्छति? पिताजी आते हैं। aagachchhati? meetings

पञ्चमदिवसः पञ्चमदिवसः पाचवाँ दिन Panchamadivasah Fifth day


भोज्यं पेयम् भोज्यं पेयम् खान-पान Bhojyam Peyam Food

भवत्यै/भवते भोजनार्थं किं भवत्यै/भवते भोजनार्थं किं Bhavatyai / bhavate


What do you like to
आपको खाने में क्या पसंद है? bhojanaartham kim
eat mostly?
रोचते ? रोचते ? rochate?

Mahyam
मह्यं भोजनार्थं यवाग:ू रोचते। मह्यं भोजनार्थं यवाग:ू रोचते। मझु े खाने में खिचड़ी पसंद है। bhojanaartham I like to eat khichadi.
yavaagooh rochate.

6
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
Bhavatyaah /
भवत्याः/भवतः क्षेत्रे कस्य भवत्याः/भवतः क्षेत्रे कस्य bhavatah kshetre Which fruit is
आपके क्षेत्र में कौन सा फल
फलस्य उपलब्धिः अधिका फलस्य उपलब्धिः अधिका kasya falasya available plentily in
ज़्यादा मिलता है? upalabdhih adhikaa your area?
भवति? भवति? bhavati?
Asmaakam kshetre
dridhabeejam Guava and Papaya
अस्माकं क्षेत्रे दृढबीजं पपीतकं अस्माकं क्षेत्रे दृढबीजं पपीतकं हमारे यहाँ अमरूद और पपीता papeetakam cha are available in
च आधिक्येन प्राप्येते, किन्तु च आधिक्येन प्राप्येते, किन्तु ज़्यादा मिलते हैं। लेकिन मझु े aadhikyena praapyete, my area, but I like
kintu mahyam Banana.
मह्यं कदलीफलं रोचते। मह्यं कदलीफलं रोचते। के ला पसंद है। kadaleephalam
rochate.
षष्ठदिवसः षष्ठदिवसः छठा दिन Shashthadivasah Sixth day
स्वास्थ्यम् स्वास्थ्यम् सेहत Svaasthyam Health

भवती/भवान् प्रातः कदा भवती/भवान् प्रातः कदा आप सबु ह कब जागते/जागती Bhavatee /Bhavaan What time do you
praatah kadaa wake up in the
उत्तिष्ठति ? उत्तिष्ठति ? हैं? uttishthati morning?

अहं प्रातः षड्वादने (6.00) अहं प्रातः षड्वादने (6.00) मैं सबु ह छ: बजे उठता/उठती Aham praatah I Wake up at six
shadvaadane (6.00) O’clock in the
उत्तिष्ठामि। उत्तिष्ठामि। हू।ँ uttishthaami. morning.

7
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman

अपि भवती/भवान् व्यायामं अपि भवती/भवान् व्यायामं Api bhavatee/bhavaan Do you do exercise
आप कसरत करते/करती हैं? vyaayaamam karoti? everyday?
करोति ? करोति ?
हाँ! मैं योगाभ्‍यास करती/करता Aam! Aham
आम!् अहं योगाभ्यासं करोमि। आम!् अहं योगाभ्यासं करोमि। yogaabhyaasam Yes, I practice yoga.
हू।ँ karomi.

Kim bhavatyaah/
किं भवत्याः/भवतः विद्यालये किम् भवत्याः/भवतः विद्यालये आपके स्कूल में कोई योग Is there a yoga
bhavatah
teacher in your
कश्चित् योगशिक्षकः अस्ति ? कश्चित् योगशिक्षकः अस्ति ? शिक्षक हैं? vidyaalaye kashchit
school?
yogashikshakah asti?

आम!् अस्माकं विद्यालये आम!् अस्माकं विद्यालये Aam! Asmaakam


हाँ, हमारे स्‍कूल में योगशिक्षक/ vidyaalaye Yes, we have a yoga
योगशिक्षक:/ योगशिि‍क्षका योगशिक्षक:/ योगशिि‍क्षका yogashikshakaa/ teacher in our school.
योगशिि‍क्षका है।
अस्ति। अस्ति। yogashikshakah asti.

Sah/Saa asmaan
स:/सा अस्मान् योगम् अन्यान् स:/सा अस्मान् योगम् अन्यान् वे हमें योग और दूसरे व्‍यायाम He/ Sheteaches
yogam anyaan
us yoga and other
व्यायामान् च शिक्षयति। व्यायामान् च शिक्षयति। सिखाती/सिखाते हैं। vyaayaamaan cha
excercises.
shikshayati.

8
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
सप्तमदिवसः सप्तमदिवसः सातवाँ दिन Saptamadivasah Seventh day
क्रीडा: क्रीडा: खेल-कूद kreedaah Games and Sports

किं भवत्यै/भवते क्रीडनम् किं भवत्यै/भवते क्रीडनम् Kim bhavatyai/


क्‍या आपको खेलना पसंद है? bhavate kreedaanam Do you like to play?
रोचते ? रोचते ? rochate?

हाँ, मझु े फुटबॉल खेलना पसंद Aam, mahyam


आम,् मह्यं कन्दुकक्रीडा रोचते। आम,् मह्यं कन्दुकक्रीडा रोचते। kandukakreedaa I like to play football.
है। rochate.
Mahyam
मह्यम् आभ्यन्तरीयक्रीडा मह्यम् आभ्यन्तरीयक्रीडा मझु े इनडोर गेम पसंद है और aabhyantareeya- I like indoor games
रोचते, भवत्यै/भवते ? रोचते, भवत्यै/भवते ? आपको? kreedaa rochate, what about you?
bhavatyai/bhavate ?

मह्यम् अपि! अहं टेबलटेनिस मह्यम् अपि! अहं टेबलटेनिस मझु े भी। मैं टेबल-टेनिस Maam api! Aham
Me too. I play table
tabletenis iti
इति क्रीडामि। इति क्रीडामि। खेलती/ खेलता हू।ँ tennis.
kreedaami.

अपि! भवती/भवान् वीडियोगेम अपि! भवती/भवान् वीडियोगेम Api! Bhavatee/


Do you play video
आप वीडियो गेम खेलती हैं? bhavaan videogame
games?
क्रीडति? क्रीडति? kreedati?

9
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
Na, videogame
न, वीडियोगेम मह्यं न रोचते। न, वीडियोगेम मह्यं न रोचते। नहीं, मझु े वीडियो गेम पसंद mahyam na No, I don’t like video
rochate. Mahyam games much. I Like to
मह्यं क्रीडाङ्गणे क्रीडनं रोचते। मह्यं क्रीडाङ्गणे क्रीडनं रोचते। नहीं है। मझु े बाहर खेलना पसंद kreedaangane play outdoor games,
यथा – कबड्डी। यथा – कबड्डी। है। जैसे कबड्डी। kreedanaam rochate. like Kabaddi.
Yathaa – kabaddee.
Astamah navamah
अष्टमः नवमः दशम: च अष्टमः नवमः दशम: च आठवाँ, नौवाँ और दसवाँ dashamah cha Eighth, Ninth and
दिवसा: दिवसा: दिन divasah Tenth day
Asmaakam Our Surroundings
अस्‍माकं परिवेश: अस्‍माकं परिवेश: हमारे आस-पास pariveshah

भवत्याः/भवतः क्षेत्रे का नदी भवत्याः/भवतः क्षेत्रे का नदी आपके क्षेत्र में कौन-सी नदी Bhavatyaah/bhavatah
Which river flows
kshetre kaa nadee
प्रवहति ? प्रवहति ? बहती है? through your area?
pravahati ?
Mama kshetre gangaa River Ganga flows
मम क्षेत्रे गङ्गा नदी प्रवहति। मम क्षेत्रे गङ्गा नदी प्रवहति। हमारे क्षेत्र में गगं ा नदी बहती है। nadee pravahati. through our area.

तस्याः तीरे बहूनि उद्यानानि तस्याः तीरे बहूनि उद्यानानि उसके किनारे बहुत सारे बगीचे There are many
Tasyaah teere bahooni
gardens on the banks
सन्ति। सन्ति। हैं। udyaanaani santi.
of it.

10
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
Vayam tatra
We go there for a
वयं तत्र भ्रमणार्थं गच्छामः। वयं तत्र भ्रमणार्थं गच्छामः। हम सब वहाँ घमू ने जाते हैं। bhramanaartham
stroll.
gachchhaamah.
Bhavatee/
भवती/भवान् कुत्र भ्रमणार्थं भवती/भवान् कुत्र भ्रमणार्थं bhavaan kutra Where do you go for a
आप कहाँ घमू ने जाते हैं? bhramanaartham stroll?
गच्छति ? गच्छति ?
gachchhati?
Vayam udyaane
We go to the park for
वयम् उद्याने भ्रमणार्थं गच्छामः। वयम् उद्याने भ्रमणार्थं गच्छामः। हम पार्क में घमू ने जाते हैं। bhramanaartham
a stroll.
gachchhaamah.
अस्माकं नगराद् बहिः पर्वत: अस्माकं नगराद् बहिः पर्वत: हमारे शहर के बाहर एक पहाड़ Asmaakam nagaraad There is a mountain
अस्ति। अस्ति। है। bahih parvatah asti. outside our city.

तद् भ्रमणार्थं बहूत्तमं स्थानं तद् भ्रमणार्थं बहूत्तमं स्थानं यह घमू ने की बहुत अच्छी Tad bhramanaartham
This is a nice place to
bahoottamam
वर्तते। वर्तते। जगह है। move around.
sthaanam vartate.
Kim bhavatyaah/
किं भवत्या:/भवतः ग्रामे किं भवत्या:/भवतः ग्रामे bhavatah Grame Are there fields in
क्‍या, आपके गाँव में खेत हैं? krishikshetram your Village?
कृषिक्षेत्रं वर्तते ? कृषिक्षेत्रं वर्तते ?
vartate?

11
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
Aam! Asmaakam
आम!् अस्माकं ग्रामे बहूनि आम!् अस्माकं ग्रामे बहूनि Grame Yes, there are many
हाँ, हमारे गाँव में बहुत खेत हैं। bahukrishikshetram fields in our area.
कृषिक्षेत्राणि वर्तन्‍ते कृषिक्षेत्राणि वर्तन्‍ते।
vartate.
Tatra aranyam api There is also a jungle
तत्र अरण्यम् अपि वर्तते। तत्र अरण्यम् अपि वर्तते। वहाँ जंगल भी है। vartate. there.

तस्मिन् अरण्ये एकः निर्झरः तस्मिन् अरण्ये एकः निर्झरः Tasmin aranye ekah There is a stream in
उस जंगल में एक झरना है। nirjharah asti. the jungle there.
अस्ति। अस्ति।
किं भवत्या/भवता निर्झरः किं भवत्या/भवता निर्झरः Kim bhavatyaa/
Have you seen a
आपने झरना देखा है? bhavataa nirjharah
stream?
दृष्टः? दृष्टः? drishtah?
Naiva! Kintu drastum No, but I would like to
नैव! किन्तु द्रष्टुम् इच्छामि। नैव! किन्तु द्रष्टुम् इच्छामि। नहीं, मैं देखना चाहूगँ ा। ichchhaami. see one.
Mama graamam
मम ग्रामम् आगच्छत,ु अहं मम ग्रामम् आगच्छत,ु अहं हमारे गाँव आना, मैं तम्ु ‍हें झरना Come to our village,
aagachchhatu, aham
I will show you a
भवन्‍तं निर्झरं दर्शयिष्यामि। भवन्‍तं निर्झरं दर्शयिष्यामि। दिखाऊँगी/दिखाऊँगा। tvaam nirjharam
stream.
darshayihyaami

12
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
एकादशदिवसः एकादशदिवसः ग्‍यारहवाँ दिन Ekaadashadivasah Eleventh day
वातावरणम् वातावरणम् मौसम Vaataavaranam Weather

Oh! Adya atyantam


ओह! अद्य अत्यन्तम् उष्णता ओह! अद्य अत्यन्तम् उष्णता उफ़! आज बहुत गर्मी हो रही ushnataa pravartate. Oh! It’s too hot today.
वर्तते। सम्प्रति वृष्टिः भवेत।् वर्तते। सम्प्रति वृष्टिः भवेत।् है। अब बारिश होनी चाहिए। samprati vrishtih I wish it rains now.
bhavet.
Bhavatyaah/
भवत्याः/भवतः क्षेत्रे वातावरणं भवत्याः/भवतः क्षेत्रे वातावरणं bhavatah kshetre How is the weather
आपके क्षेत्र में मौसम कै सा है? vaataavaranam (like) in your area?
कीदृशं वर्तते। कीदृशं वर्तते।
keedrisham vartate.
Atratyam
तत्रत्यं वातावरणं सामान्यम् तत्रत्यं वातावरणं सामान्यम् यहाँ का मौसम सामान्‍य या The weather here
vaataavaranam
is moderate or hot
उष्णं च भवति। उष्णं च भवति। गरम रहता है। saamaanyam ushnam
generally.
cha bhavati.
Kim bhavatyaa/
किं भवत्या/भवता मरुस्थलं किं भवत्या/भवता मरुस्थलं bhavataa Have you seen a
क्‍या आपने रे गिस्‍तान देखा है? marusthalam desert?
दृष्टम् ? दृष्टम् ?
drishtam ?

13
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
Na, mayaa
No, I have not seen a
न, मया मरुस्थलं न दृष्टम् । न, मया मरुस्थलं न दृष्टम् । नहीं, मैंने रे गिस्तान नहीं देखा। marusthalam na
desert.
drishtam .
Tatra tu adhikaa
तत्र तु अधिका उष्णता भवति? तत्र तु अधिका उष्णता भवति? वहाँ तो बहुत गर्मी होती है। ushnataa bhavati?
It’s very hot there.

आम,् किन्तु रात्रौ सिकता आम,् किन्तु रात्रौ सिकता हाँ, लेकिन रात में रे त ठंडी हो Aam, Kintu raatrau Yes’ but the sand
sikataa sheetalaa becomes cold at
शीतला भवति। शीतला भवति। जाती है। bhavati. night.
Ahamapi
अहमपि मरुस्थलं द्रष्टुम् अहमपि मरुस्थलं द्रष्टुम् मैं भी रे गिस्तान देखना चाहती/ marusthalam I would like to see the
इच्छामि। इच्छामि। चाहता हू।ँ drashtum desert.
ichchhaami.
Aham poorvasmin
अहं पूर्वस्मिन् ग्रीष्मावकाशे अहं पूर्वस्मिन् ग्रीष्मावकाशे मैं पिछली गर्मी की छुट्टियों में greeshmaavakaashe Last summer
saparivaaram holidays’ I had visited
सपरिवारं पर्वतेषु भ्रमणार्थम् सपरिवारं पर्वतेषु भ्रमणार्थम् अपने परिवार के साथ पहाड़ों parvateshu the mountains with
अगच्छम।् अगच्छम।् पर घमू ने गयी थी/गया था। bhramanaartham my family.
agachchham.
वहाँ सर्दियों में बहुत बर्फ़ गिरती Tatra sheetakaale It snows a lot during
तत्र शीतकाले बहु हिमं पतति। तत्र शीतकाले बहु हिमं पतति। bahu himam patati. winter.
है।

14
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
Dvaadashah
trayodashah
द्वादश: त्रयोदश: चतुर्दश: द्वादश त्रयोदश चतुर्दश बारहवाँ, तेरहवाँ, चौदहवाँ Twelvth, Thirteenth,
chaturdashah
Fourteenth and
पञ्चदश: च दिवसा: पञ्चदश च दिवसा: और पंद्रहवाँ दिन panchadashah cha
Fifteenth day
divasaah
उत्सवाः पर्वाणि च उत्सवाः पर्वाणि च उत्सव-त्योहार Utsavaah Parvaani
Festival
Cha

भवत्याः/भवतः रुचिकरं पर्व भवत्याः/भवतः रुचिकरं पर्व आपका पसंदीदा त्योहार कौन Bhavatyaah/bhavatah
What is your favorite
ruchikaram parva kim
किम् अस्ति ? किम् अस्ति ? सा है? festival?
asti?

मम रुचिकरं पर्व दीपावली मम रुचिकरं पर्व दीपावली मेरा पसंदीदा त्योहार दिवाली Mama ruchikaram
My favorite festival is
parva deepaavalee
वर्तते। वर्तते। है। Diwali.
vartate.
Deepaavalee I also like Diwali very
दीपावली मह्यमपि रोचते। दीपावली मह्यमपि रोचते। दिवाली मझु े भी बहुत पसंद है। mahyamapi rochate. much.

किन्तु रङ्गोत्सवे मम अधिका किन्तु रङ्गोत्सवे मम अधिका लेकिन मझु े होली ज़्या‍दा पसंद Kintu rangotsave
But I like Holi the
mama adhikaa
प्रीतिः। प्रीतिः। है। most.
preetih.

15
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
Holyaam vayam bahu We play a lot with
होल्यां वयं बहुरङ्मै : क्रीडामः। होल्यां वयं बहुरङ्मै : क्रीडामः। होली में हम खबू रंग खेलते हैं। rangam kreedaamah. colours in Holi.

उत्सवेषु वयं बहु-मिष्टान्नानि उत्सवेषु वयं बहु-मिष्टान्नानि त्योहारों में हम खबू मिठाइयाँ Utsavesu vayam
We eat a lot of sweets
bahu-mishtaannaani
खादामः। खादामः। खाते हैं। during festivals.
khaadaamah.
Aam! Yathaa
आम!् यथा सेवईयाँ इति sevaeeyaan iti
आम!् यथा सेवईयाँ इति हाँ, जैसे सेवइयाँ ईद का खास Yes, like Seviyan is a
ईदपर्वणः विशिष्टः पाक: eedaparvanah
special dish of Eid.
ईदपर्वणः विशिष्टः पाक: वर्तते। पकवान है। vishistah paakah
वर्तते। vartate.

पर्वसमये मेलके भ्रमणम् अपि पर्वसमये मेलके भ्रमणम् अपि त्योहारों के समय मेले में घमू ना Parvasamaye melake I like to roam around
bhramanam api bahu in fairs during
बहु रोचते। बहु रोचते। भी बहुत अच्छा लगता है। rochate. festivals.
आम!् मह्यम् अपि भ्रमणं आम!् मह्यम् अपि भ्रमणं Aam! Mahyam api Yes, I also like to
हाँ, मझु े भी घमू ना पसंद है। bhramanam rochate. move around.
रोचते। रोचते।
भवत्याः/भवतः विद्यालये भवत्याः/भवतः विद्यालये Bhavatyaah/
How is Independence
आपके स्कूल में स्‍वतंत्रता bhavatah vidyaalaye
स्वतन्त्रतादिवसः कथम् स्वतन्त्रतादिवसः कथम् svatantrataadivasah
day celebrated in your
दिवस कै से मनाया जाता है? school?
आयोज्यते ? आयोज्यते ? katham aayojyate ?

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Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
Vayam
वयं राष्ट्रध्वजम् उत्तोलयामः। वयं राष्ट्रध्वजम् उत्तोलयामः। raashtradhvajam
We hoist flag, sing the
हम झंडा फहराते हैं, राष्ट्रगान uttolayaamah.
राष्ट्रगानं गायामः। मोदकमपि राष्ट्रगानं गायामः। मोदकमपि Raashtragaanam
national anthem, and
गाते हैं, लड्डू भी खाते हैं। eat laddoos too.
खादामः। खादामः। gaayaamah. Modakam
api khaadaamah.

एवम् एव गणतन्त्रदिवसम् अपि एवम् एव गणतन्त्रदिवसम् अपि ऐसे ही गणतंत्र दिवस भी मनाते Evamev Republic Day is also
ganatantradivasam celebrated in the
आयोजयाम:। आयोजयाम:। हैं। Api aayojayaamah. same manner.
अक्टूबरमासस्य अक्टूबरमासस्य Aktoobaramaasasya We observe
द्वितीयदिनाङ्कं वयं द्वितीयदिनाङ्कं वयं दो अक्तू बर को गाँधी जयंती पर dviteeyadinaankam Swachhataa Diwas on
vayam svachch- birth anniversary of
स्वच्छतादिवसरूपेण स्वच्छतादिवसरूपेण हम स्वच्छता दिवस मनाते हैं। hataadivasaroopena Mahatma Gandhi on
परिपालयामः। परिपालयामः। paripaalayaamah. 2nd October.

अस्‍मांक विद्यालयेषु अस्‍मांक विद्यालयेषु Asmaakam Vidyaa-


layeshu maatrib-
मातृभाषादिवस: मातृभाषादिवस: हमारे स्कूल में मातृभाषा दिवस haashaadivasah
Mother Tongue Day
is also celebrated in
अपि आयोज्‍यते। यो अपि आयोज्‍यते। यो भी मनाया जाता है जो हर वर्ष api aayojyate. Yo hi
our school on 21st
februvareemaasasya
हि फे ब्वरु रीमासस्य हि फे ब्वरु रीमासस्य इक्‍कीस फरवरी को होता है। ekavimshatidinaanke
February every year.
एकविंशतिदिनाङ्के भवति। एकविंशतिदिनाङ्के भवति। bhavati.

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Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman

sodaashasaptadasha
षोडशसप्तदशदिवसौ षोडशसप्तदशदिवसौ सोलहवाँ और सत्रहवाँ दिन Sixteenth &
Divasau
Seventeenth day
सम्बन्धिनः सम्बन्धा: च सम्बन्धिनः सम्बन्धा: च रिश्ते-नाते Sambandhinah
Relation
Sambandhaah cha

भवत्याः/भवतः गृहे कः कः भवत्याः/भवतः गृहे कः कः आपके घर में कौन-कौन रहते Bhavatyaah/bhavatah Who all are there in
अस्ति ? अस्ति ? हैं। grihe kah kah asti? your home?

मम गृहे माता-पितरौ, मम गृहे माता-पितरौ, Mama grihe maataa-


My mother, father,
मेरे घर में माँ-पिताजी, दादा- pitarau, pitaamahee-
grandfather,
पितामही-पितामहौ पितामही-पितामहौ pitaamahau
दादीजी, चाचा-चाची और मेरी pitrivyapitrivyajaaye
grandmother, uncle,
पितृव्‍यपितृव्‍यजाये तथा च पितृव्‍यपितृव्‍यजाये तथा च aunt and my sister
बहन है। tathaa cha asmaakam
अस्माकम् एका भगिनी वर्तते। अस्माकम् एका भगिनी वर्तते। ekaa bhaginee vartate.
are there in my home.

Kim bhavatee/
किं भवती/भवान् कदाचित् किं भवती/भवान् कदाचित् क्या तमु कभी अपने मामा के Do you like to visit
bhavaan kadaachit
your maternal uncle’s
स्वस्य मातल
ु गृहं गच्छति ? स्वस्य मातल
ु गृहं गच्छति ? घर जाते हो? svasya maatulagriham
house?
gachchhati?

18
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
Aam! Aham
avakaashadineshu Yes, I visit my
आम!् अहम् अवकाशदिनेषु आम!् अहम् अवकाशदिनेषु हाँ! मैं छुट्टी के दिनों में मामा के maatulagriham maternal uncle’s
मातल
ु गृहं गच्छामि। तद् बहु मातल
ु गृहं गच्छामि। तद् बहु घर जाती/जाता हू।ँ वहाँ बहुत gachchhaami. house during
Tad bahu holidays. I feel good
आनन्ददायकं भवति। आनन्ददायकं भवति। अच्छा लगता है। aanandadaayakam there.
bhavati.
Tatra mama
तत्र मम मातामहः, तत्र मम मातामहः, maatulah, maatu- My maternal uncle-
वहाँ मेरे मामा-मामी, मौसी lee, maatrisvasaa aunt, mother’s sister,
मातामही, मातल ु ः, मातलु ी, मातामही, मातल ु ः, मातलु ी, maataamahah, and grandparents live
और नाना-नानी रहते हैं।
मातृस्वस्रादयश्‍च सन्ति। मातृस्वस्रादयश्‍च सन्ति। maataamahee, cha there.
santi.

मम मातामही मां बहुकथाः मम मातामही मां बहुकथाः हमारी नानी हमें बहुत Mama maataamahee
Our grandmother tells
maam bahukathaah
श्रावयति। श्रावयति। कहानियाँ सनु ाती हैं। us a lot of stories.
shraavayati

किं त्वम् अपि स्वस्य मातल


ु गृहं किं त्वम् अपि स्वस्य मातल
ु गृहं क्या तमु भी अपने मामा के घर Kim tvam api svasy Do you also visit your
maatulagriham maternal uncle’s
गच्छसि ? गच्छसि ? जाती/ जाते हो? gachchhasi? house?

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Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
Aam! Ahn tu
आम!् अहं तु मातल
ु स्य आम!् अहं तु मातल
ु स्य maatulasya
Yes, I go to my
हाँ, मैं तो अपने मामा और maternal uncle and
पितृभगिन्या: च उभयोः गृहं पितृभगिन्या: च उभयोः गृहं pitribhaginyaah cha
paternal aunt’s
बआ
ु दोनों के घर जाता हू।ँ ubhayoh griham
गच्छामि। गच्छामि। gachchhaami.
house.

मम पितृभगिन्याः गृहे एकः Mama pitribhaginyaah


My aunt has a dog
मम पितृभगिन्याः गृहे एकः मेरी बआ
ु के घर में एक कुत्ता grihe ekah shunakah,
शनु कः, एका मार्जारी च वर्तेते। ekaa maarjaaree ch
and a cat in her
शनु कः, एका मार्जारी च वर्तेते। और एक बिल्ली भी है। house.
vartete.
मम गृहे तु गावः वत्सा: च मम गृहे तु गावः वत्सा: च मेरे घर में तो गाय और बछड़े Mama grihe tu gaavah I have cows and
वर्तन्ते। वर्तन्ते। हैं। vatsaah cha vartante. calves in my house.

मम ग्रामे महिष्यः अजा: चापि मम ग्रामे महिष्यः अजा: चापि हमारे गाँव में भैंस और Mama graame There are goats and
mahishyah ajaah buffaloes also in my
सन्ति। सन्ति। बकरियाँ भी हैं। chaapi santi. village.
Mama gehe ekah
मम गेहे एकः शकः
ु आसीत।् मम गेहे एकः शकः
ु आसीत।् shukah aaseet. I had a parrot in my
मेरे घर में एक तोता था। एक Ekasmin divase home.
एकस्मिन् दिवसे सः पञ्जराद् एकस्मिन् दिवसे सः पञ्जराद्
दिन वह पिंजरे से बाहर उड़ sah pinjaad bahih One day he flew out
बहिः उ�ीनः। अहम् अधिकम् बहिः उ�ीनः। अहम् udditah. Aham of the cage. I really
गया। मझु े बड़ा मज़ा आया।
आनन्‍दम् अनभु तू वान।् अधिकमानन्दम् अनभु तू वान।् adhikam aanandam enjoyed it.
anubhootavaan.

20
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
अष्टादशोनविंशती अष्टादशोनविंशती अठारहवाँ और उनीसवाँ Ashtaadashonavim- Eighteenth and
दिवसौ दिवसौ दिन shatee divasau Nineteenth day
Yatra Travel
यात्रा यात्रा यात्रा
Bhavatyai/bhavate
भवत्यै/भवते विद्यालयावकाशे भवत्यै/भवते विद्यालयावकाशे आप स्कूल की छुट्टियों में कहाँ Where do like to visit
vidyaalayaavakaashe
during the school
कुत्र भ्रमणं रोचते ? कुत्र भ्रमणं रोचते ? घमू ना पसंद करते हैं? kutra bhramanam
holidays?
rochate ?
Mahyam
मह्यं ग्रीष्मावकाशे पर्वतेषु भ्रमणं मह्यं ग्रीष्मावकाशे पर्वतेषु भ्रमणं मझु े गर्मी की छुट्टियों में पहाड़ों I like to visit
greeshmaavakaashe
mountains during
रोचते। रोचते। पर घमू ना पसंद है। parvateshu
summer holidays.
bhramanam rochate.

तर्हि अस्मिन् अवकाशे कुत्र तर्हि अस्मिन् अवकाशे कुत्र तो इन छुट्ट‍ियों में कहाँ जाने Tarhi asmin Where are you
avakaashe kutra planning to visit in
गन्तुकामा अस्ति ? गन्तुकामा अस्ति ? वाले हो? gantukaamah asti? this vacation.
Aham tu asmin
अहं तु अस्मिन् अवकाशे अहं तु अस्मिन् अवकाशे मैं तो इन छुट्ट‍ियों में सिक्किम avakaashe sikkimam I will be visiting either
सिक्किमं काश्मीरं वा सिक्किमं काश्मीरं वा या कश्मीर जाने वाली/वाला kaashmeeram vaa Sikkim or Kashmir in
gantukaamaa/ these holidays.
गन्‍तुकामा/ गन्तुकाम: अस्मि। गन्‍तुकामा/ गन्तुकाम: अस्मि। हू।ँ gantukaamah asmi.

21
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
Mama ichchhaa tu
मम इच्छा तु शीतावकाशे मम इच्छा तु शीतावकाशे sheetaavakaashe
मेरी इच्‍छा तो सर्दी की छुट्ट‍ियों govaanagaram
I would like to go
गोवानगरम् अथवा गोवानगरम् अथवा to Goa or Andaman
में गोवा या अंडमान जाने की athavaa
during the winter
अण्डमानप्रदेशं प्रति गमनस्य अण्डमानप्रदेशं प्रति गमनस्य andamaananagaram
है। holidays.
वर्तते। वर्तते। prati gamanasya
vartate.

अरे ! अण्डमानप्रदेशं तु अरे ! अण्डमानप्रदेशं तु Are! Andamaana- Oh! Andaman is


अरे अंडमान तो समद्रु के अंदर pradesham tu sam- surrounded by Ocean,
समद्रान्त
ु : वर्तते, तत्र कथं समद्रान्त
ु : वर्तते, तत्र कथं udraantah vartate, ta- how do people go
है, वहाँ कै से जाते हैं?
गम्यते ? गम्यते ? tra katham gamyate? there?
वहाँ हवाई जहाज़ और पानी Tatra vaayuyaanena One can go there by
तत्र वायया
ु नेन जलयानेन वा तत्र वायया
ु नेन जलयानेन वा
वाले जहाज़ दोनों से ही जा jalayaanena vaa air in an aeroplane or
गन्तुं शक्यते। गन्तुं शक्यते। gantum shakyate. by a ship.
सकते हैं।

22
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman
विंश: दिवसः विंश: दिवसः बीसवाँ दिन Vinshah divasah Twentieth day
स्वप्नम/् लक्ष्यम् स्वप्नम/् लक्ष्यम् मेरे सपने/लक्ष्य svapnam/laksyam My Dream/Aim

भवती/भवान् पठित्वा किं भवती/भवान् पठित्वा किं आप पढ़-लिखकर क्या करना Bhavatee/bhavaan
What do you want to
pathitvaa kim kartum
कर्तुम् इच्छति ? कर्तुम् इच्छति ? चाहते हैं? do after studies?
ichchhati ?

अहं लेखिका/ लेखक: भवितमु ् अहं लेखिका/ लेखक: भवितमु ् मैं लेखक बनना चाहती/चाहता Aham lekhikaa/
lekhakah bhavitum I want to be a writer.
इच्छामि। इच्छामि। हू।ँ ichchhaami.
Aham
अहं गृहव्यवसाये सहयोगं अहं गृहव्यवसाये सहयोगं मैं अपने घरे लू व्यवसाय में grihavyavasaaye I want to support our
करिष्यामि। करिष्यामि। सहयोग करूँ गी/करूँ गा। sahayogam family business.
karishyaami.
Keedrishah Like what kind of
कीदृश: व्यवसाय:? यथा– कीदृश: व्यवसाय:? यथा– जैसे, किस तरह का व्य‍वसाय? vyavasaayah? Yathaa– business?
Krishikarma,
कृषिकर्म, उद्यानकर्म, कृषिकर्म, उद्यानकर्म, udyaanakarma,
खेती-बाड़ी/ बाग़वानी/ दका
ु न/ Farming/gardening/
आपणिककर्म, वस्त्रविक्रयणम् आपणिककर्म, वस्त्रविक्रयणम् aapanikakarma,
shop/cloth business.
कपड़े का व्यवसाय। vastravikrayanam
इत्यादीनि। इत्यादीनि। ityaadeeni.

23
Sanskritam Sanskritam
Sanskritam Hindi English
Devanagri Roman

अहं राजनीतौ गन्‍तुकामा/ अहं राजनीतौ गन्‍तुकामा/ मैं राजनीति में जाना चाहती/ Aham raajaneetau
gantukama/ I want to join politics.
गन्तुकाम: अस्मि। गन्तुकाम: अस्मि। चाहता हू।ँ gantukaamah asmi.

मम स्वप्नं एवरे स्टपर्वतारोहणं मम स्वप्नं एवरे स्टपर्वतारोहणं मेरा सपना एवरे स्ट पर जाने का Mama svapnam
My dream is to climb
evarestaparvataaro-
वर्तते । वर्तते । है। the Mount Everest.
hanam vartate.
अहं तु सैनिकः भवितमु ् अहं तु सैनिकः मैं तो सैनिक बनना चाहती/ Aham tu sainikah I want to become a
इच्छामि। भवितमि
ु च्छामि। चाहता हू।ँ bhavitum ichchhaami. soldier.

24
Grateful Acknowledgements are made to:
Ratnottama Das, Munshi Md. Younus, Chofia Basumatary, Bharat Bhushan, Sunita Gupta, Sharada, Satyanath, Mohan
S. Niklje, Sushma Jatoo, Dhananjaya Kumar Acharya, Parmananda Jha, Reshma, Dabir Prachiti, Usha Joshi, Chakrapani
Pokhrel, Ravi Prakash Tekchandani, Tamil Bharathan, Rajendra Mehta, C. Binodini Devi, Prithvi Raj Thapar, Indra
Tekchandani, Parmananda Jha, Gayatri, Bishwajit Barua, Sunil Kumar, Rongjali Rabha, Krishna Aryal, Ranjit Behera,
Jiten Murmu, Ashok Kumar, Preeti Shukla, M. Kishan, Yasmin Ashraf, Sandhya Singh, Amarendra Behera, Bharti Kaushik,
K. C. Tripathi, Sandhya Sahoo, Mohd. Faruq Ansari, Lalchand Ram, Mohd. Moazzamuddin, Sanjay Kumar Suman, Diwan
Hannan Khan, Kirti Kapur, Jatindra Mohan Mishra, R. Meganathan, Pramod Kumar Dubey, Chaman Ara Khan, Naresh
Kohli, Meenakshi Khar, Ved Prakash Mishra, Neelkanth Kumar, Rajesh K. Nimesh, Suresh Makwana, (Late) S. G. Wadekar,
Tarkeshwar Gupta, Abhishek Kumar Singh, Shakuntla, Moti Lal, Raj Roop, Mahesh Kumar Meena, Kiran Arora, Haseen
Khan, Ashish Goyal, Munna, Gurindar Kaur, Ravi Ranjan, Shikha Patwa, Amit Kagra, Paromita Raha, Aarif, Chandan Kumar,
Neelkanth Pan, Kriti Gautam, Abdur Razzaque Ziyadi, Imtiyaz Ahmad, Mohd. Tameer, Mohd. Fazil, Shabbir Ahmad, Gagan
Arora, Rajat Kumar, Anita, Rekha, Nitin Tanwar, Devkee Nandan, Monu Kumar, Ata Hussain, Ashish Kumar, Jitin, Vivek
Mandal, Himanshu, Bharti Singh, Megha Sharma, Riya Kumari, Usha Rawat, Karuna Shankar Tiwari, Devendar, Mukesh
Vandana Arimardan, Vimlesh Chaudhary, Ajit Horo, Shanu Mukseem, B. Lungdoh, Amit Kumar, Kusumlata, Meenakshi
Kukreti, Tanu Gupta, Jagbandhu Jana, Saumya Malik, Mayank kumar, Vikas Sangwan, Vikash K, Radhe Krishna, Saurav,
Yogesh, Vivek Gupta, Deepak Bhardwai, Sanjeet Kumar, Payal Bose, Vijay Kumar, Rashik, Nikhil Sharma, Ankit Bairagi,
Vipul Pal, Priya Tiwari and Gautami Gautam.

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