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प्रक्षुब्ध प्रवाह

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यहाँ पानी के प्रवाह में बाधक एक वस्तु के कारण बाधा के आस-पास प्रवाह, प्रक्षुब्ब्ध प्रवाह है।

तरल गतिकी के सन्दर्भ में, प्रक्षुब्ध प्रवाह (turbulent flow) वह प्रवाह है जिसमें तरल के कण प्रवाह की दिशा के लम्बवत भी गति करते हैं। अर्थात प्रक्षुब्ध गति पटलीय नहीं होती। प्रक्षुब्ध प्रवाह प्रायः तब होता है जब प्रवाह की दिशा में तरल का वेग अधिक हो।

प्रक्षुब्ध प्रवाह का आरम्भ

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कुछ सीमा तक, प्रक्षुब्ध प्रवाह का आरम्भ किस स्थिति में होगा, इसका अनुमान रेनॉल्ड संख्या से लगाया जा सकता है। वास्तव में रेनॉल्ड संख्या आन्तरिक बलों एवं श्यान बलों (viscous forces) के अनुपात के बराबर होता है।

रेनॉल्ड संख्या की परिभाषा निम्नलिखित है[1]

जहाँ:

  • ρ तरल का घनत्व है (SI units: kg/m3)
  • v वस्तु के सापेक्ष तरल का विशिष्ट वेग (characteristic velocity) है (m/s)
  • L विशिष्ट रैखिक विमा dimension) है (m)
  • μ तरल की गतिक श्यानता (dynamic viscosity) है (Pa·s या N·s/m2 or kg/(m·s)).

यद्यपि कोई सीधा प्रमेय नहीं है जो रेनॉल्ड संख्या को प्रभुब्ध प्रवाह से जोड़ता हो, किन्तु यदि रेनॉल्ड संख्या का मान 5000 से अधिक होने पर प्रवाह प्राय प्रक्षुब्ध प्रवाह होता है जबकि रेनॉल्ड संख्या का मान कम होने पर प्रवाह प्रायः स्तरीय प्रवाह (laminar flow) होता है।

सन्दर्भ

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  1. Sommerfeld, Arnold (1908). "Ein Beitrag zur hydrodynamischen Erkläerung der turbulenten Flüssigkeitsbewegüngen" [A Contribution to Hydrodynamic Explanation of Turbulent Fluid Motions]. International Congress of Mathematicians. 3: 116–124.

इन्हें भी देखें

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