अंबु
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
शब्दसागर
अंबु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ अम्बु]
१. जल । पानी । उ॰— अंबु तू हों अंबुचर अंब तु हौं ड़िभ ।—तूलसी, ग्रं, पृ॰, २६६ ।
२. आँसू । अश्रु । उ॰— सारंगमुख ते परत अंबु ढरिल मनु सिव पूजाति तपति विनास । —सा॰ लहरी, पृ॰, १७३ ।
३. रक्त का जलीय तत्व (को॰) ।
४. सुगंधबाला ।
५. कुंड़ली के बारह स्थानों या घरों में चोंथा ।
६. चार की संख्या,क्योंकि जल तत्वों गणना में चौथा है । ७एक छंद (को॰) ।
अंबु ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ आभ्र] आम । रसाल । उ॰— जंबू वृक्ष कहौ क्यों लंपट फलवर अंबु फरै । —सूर॰ (राधा॰) ३३११ ।